**जिंदगी से परेशान होकर दो युवतियों ने दी जान,पहले मोबाइल किया फॉर्मेट फिर ज़हर पीते हुए ली सेल्फ़ी*************
जिंदगी से परेशान होकर दो युवतियों ने दी जान, पहले मोबाइल किया फॉर्मेट फिर ज़हर पीते हुए ली सेल्फी
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इंदौर. विजय नगर इलाके में दो युवतियों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले दोनों ने जहर के कप के साथ सेल्फी ली। फोटो को छोडक़र मोबाइल का पूरा डाटा डिलीट कर दिया। तीन दिन से जब दोनों लड़कियां कमरे से नहीं निकली तो लोगों ने मकान मालिक को सूचना दी, तब घटना का खुलासा हुआ।
विजय नगर इलाके के गुरु नगर में रहने वाली रचना (28) पति अशोक धनगर व तनवी वास्कले के शव कमरे में मिले। रचना जौहरी पैलेस में कॉल सेंटर में काम करती थी। तनवी कैटरिंग का काम करती थी। रविवार से दोनों को पड़ोसियों ने नहीं देखा था।

यहां बने दो मंजिला मकान में पहली मंजिल पर दोनों किराए से रहती थीं। दो महीने पहले ही यहां रहने आई थीं। मंगलवार दोपहर भी जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो अन्य किराएदारों ने दोनों का नाम लेकर आवाज लगाई। फिर भी जवाब नहीं मिला तो मकान मालिक विजय सिंह निवासी पलासिया को फोन किया। विजय के पहुंचने के बाद डायल 100 को सूचना दी।
-घटना स्थल पर पहुंचे एएसपी मनोज राय ने बताया कि आत्महत्या से पहले दोनों ने मोबाइल फॉर्मेट कर दिए। उनके मोबाइल में सिर्फ दोनों की सेल्फी मिली है।
-खुदकुशी से पहले उन्होंने सेलिब्रेशन भी किया था। रचना भी पहले कैटरिंग कंपनी से जुड़ी थी, तभी उसकी तन्वी से दोस्ती हुई।
-बाद में वह कॉल सेंटर में काम करने लगी। रचना का 6 साल का बेटा है, जो धार में नाना-नानी के साथ रहता है। परिवार में दो छोटे भाई हैं, एक आर्मी में है जो चायना बॉर्डर पर पदस्थ है।
- वहीं दूसरा माता-पिता के साथ रहता है। पिता किराना दुकान संचालित करते हैं। वहीं तन्वी के जीजा ने बताया कि वह परिवार से जॉब करने के लिए अलग रह रही थी।
अलग-अलग सुसाइड नोट
विजय नगर पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। दोनों के शव फर्श पर पड़े थे। पास ही दो अलग-अलग सुसाइड नोट थे। उनके मोबाइल भी वहीं मिले। रचना धार की रहने वाली है, वहीं तनवी बड़वानी के ग्राम बलिया बरखड़ की। पहले दोनों साथ में कैटरिंग का काम करती थीं तो दोस्ती हो गई। रचना की शादी अशोक से हुई थी। पति हलवाई है और देवास में रहता है। विवाद के चलते चार साल से दोनों अलग रहते थे और मामला कोर्ट में है। रचना का छह साल का बेटा युग है, जो नाना-नानी के पास धार में रहता है। रचना के परिवार में माता-पिता, दो भाई हैं, जबकि तनवी के घर में माता-पिता व दो बहनें हैं।
जिंदगी से परेशान हो गए
रचना ने दो पेज के सुसाइड नोट में लिखा कि वह जिंदगी से काफी परेशान हो चुकी है। पति अशोक से नफरत करती है। उसका शव उसे नहीं सौंपा जाए। धार ले जाकर परिजन ही उसका अंतिम संस्कार करें। बेटे युग को उसके माता-पिता अपना बेटा समझकर परवरिश करें। तनवी ने भी लिखा है कि वह भी जीवन से ऊब चुकी है। जिंदगी से परेशान हो चुकी है। तनवी ने दोनों बहनों से माता-पिता का ध्यान रखने की बात लिखी है।
Reviewed by Gsm Dhangar
on
August 30, 2017
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