*ज्ञानोदय पोलिटेक्निकल कॉलेज का कारनामा*दस्तावेजो में टूटी बताकर मध्यप्रदेश पुलिस कॉस्टेबल भर्ती परिषा से कई छात्रों को वंचित किया*
ज्ञानोदय पॉलिटेक्निक कॉलेज का कारनामा
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दस्तावेजो में त्रुटि बताकर मध्यप्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से कई छात्र छात्राओ को वंचित किया
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( दिलीप बांगड़ )
जावद। मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल व्यापम की और से शनिवार को आयोजित मध्यप्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कई छात्र छात्राओं के दस्तावेजों में त्रुटि बताकर उन्हें परीक्षा देने से वंचित किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जावद क्षेत्र के गांव सुवाखेड़ा के समीप स्थित ज्ञानोदय पॉलिटेक्निक कॉलेज में 19 अगस्त को आयोजित पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा में लगभग 50 छात्र छात्राएं परीक्षा देने से वंचित रहे। प्रातः 9 बजे से प्रारंभ होने वाली इस परीक्षा में छात्र छात्राओं को प्रवेश की अनुमति नही दी गई जिससे नाराज होकर छात्र छात्राओं ने कॉलेज के बाहर व्यापम हाय हाय, फर्जीवाड़ा बंद करो, आज का पेपर निरस्त करो के नारे लगाते हुए विरोध दर्ज कराया। परीक्षार्थियों का कहना था कि हम निर्धारित समय से पूर्व परीक्षा केन्द्र पहुंचे, लेकिन कॉलेज संचालकों ने हमारे आधार कार्ड, मार्कशीट एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजो की सम्पूर्ण जानकारी चेक किये बिना ही समय से पूर्व ही गेट बंद कर हमे बाहर निकालकर ताला लगा दिया। इस कारण नाराज होकर छात्रों ने नारेबाजी की। कुछ समय पश्चात अभ्यर्थी जिला कलेक्टर से शिकायत करने निकल पड़े। परीक्षा से वंचित रहने पर नीमच, जीरन, महागढ़ एवं अन्य जगह से परीक्षा देने आईं छात्राएं अपने आंसू नहीं रोक पाई और परीक्षा केन्द्र के बाहर ही फफक-फफक कर रो पड़ी। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से भी परीक्षा में शामिल कराने की गुहार लगाई, किन्तु किसी ने भी उनकी पीड़ा को नही समझा। अभ्यर्थी का कहना था कि उन्होंने हाल ही कई व्यापम की प्रतियोगी परीक्षा दी है लेकिन उन्हें परीक्षा में ना बैठने दिया जाए ऐसी कोई वजह नही थी आज भी वही दस्तावेज है किन्तु हमें परीक्षा से वंचित रखना व्यापम के फर्जीवाड़े को दर्शाता है। परीक्षा से वंचित अभ्यर्थियों का कहना था कि अब उन्हें फिर से कांस्टेबल परीक्षा के लिए आवेदन करना पड़ेगा। फिर से परीक्षा के लिए 500 रुपए की फीस भरनी पड़ेगी। इससे उन्हें ना सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचेगा बल्कि परीक्षा के लिए इंतजार भी करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि कांस्टेबल की परीक्षा के लिए हमने कई दिनों से तैयारी कर रहे थे। कई दिनों तक कोचिंग क्लासेस अटेंड कर पैसा लगाया लेकिन आज हमारे साथ ऐसा होगा यह कभी सोचा भी ना था। इससे हमारे करियर पर एक प्रश्न चिन्ह लग गया है। वही परीक्षा देकर केंद्र से बाहर निकले विद्यार्थियों ने कहा कि हम रतलाम से आये है हम पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले चुके है किंतु आज तक हमसे बैग रखने के लिए किसी भी केंद्र पर 10 रु नही लिए गये लेकिन आज इस कॉलेज स्टाफ के कर्मचारियों ने हमारे बैग रखने के लिए हमसे कहा आप 10 रुपये देकर सामने बने कमरे में बैग रखकर टोकन प्राप्त कर लीजिए। हमें मजबूरी में 10 रु देकर टोकन प्राप्त कर हमारे बैग को रखना पड़ा। वहीं जब इस पूरे मामले में हमने केंद्राध्यक्ष से बात करने की कोशिश की तो उनके कालेज स्टाफ ने पहले तो कुछ समय इंतजार करने को कहा बाद में उनके स्टाफ ने इस मामले पर बात करने से इन्कार कर दिया। मतलब कही ना कही इस मामले में परीक्षा केंद्र के स्टाफ की गड़बड़ियां सामने आती हुई दिखाई दे रही है तभी तो उन्होंने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया।
इनका कहना है --
"ज्ञानोदय कालेज में मौके पर जाकर केंद्राध्यक्ष से बात की तो उन्होंने बताया कि जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा से वंचित रखा गया है नियमानुसार उनके दस्तावेजो में त्रुटि थी इसलिए उन्हें प्रवेश नही दिया गया है।
श्रीमती गरिमा रावत
एसडीएम जावद
Reviewed by Gsm Dhangar
on
August 19, 2017
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