(श्रद्धा एव आस्था का अद्भुत स्थल है माँ आतरी का,जग का कल्याण करती है जगत कल्याणी माँ आतरी*)
श्रद्धा एव आस्था का अद्भूत स्थल है माँ आँत्री का, जग का कल्याण करती है जगत कल्याणी मां आँत्री
महावीरसिंह चंद्रावत(MK) @ विश्व प्रसिद्ध एवम् धार्मिक स्थल माँ आँत्री के दरबार में हर रविवार को भक्तों का जन सैलाब उमड़ता है । नीमच जिले के इतिहास में एक स्वर्णिम पन्ना माँ आंत्री के चमत्कारों की चर्चा करता हुआ हमें गोरावान्वित करता है । पुण्य सलिला रेतम के तट पर स्थित यह मनोहारी नज़ारा बरबस भक्तों को अपनी और तो आकर्षित करता ही है साथ - साथ भैसासरी की चमत्कृत करती प्रतिमाजी अपने दरबार में आने वाले प्रत्येक भक्त को कभी निराश नहीं करती । मां के दरबार में आने वाले प्रत्येक भक्त की मनोकामना पुर्ण होते ही श्रद्दालुं अपनी जिव्हा काटकर मां के श्री चरणों में समर्पित कर देता है । और मां आँत्री भी अपने भक्तों को मनवांछित फल तो देती है बावजूद इसके कटी हुई जिव्हा नौ दिनो में वापस प्रदान कर देती है। सावन के महीने में बहुत ही अद्भूत दृश्य देखने को मिलता है। यहां सैलानियों द्वारा नोकाविहार का लुप्त लेना व् अपनी मनोकामना पुर्ण करते ही मां आंत्री के जयकारें लगाते है । यहां हर रविवार को सैकड़ों की तादात में भक्तो का जमावड़ा होता है। मां आंत्री चंद्रावतों की कुलदेवी है जिसकी प्रसंशा पुरे विश्व में की जाती है दू्खड़ों के दू:ख हरती है जगत कल्याणी, मां आंत्री का यह पावन धाम मनासा विकासखंड से 28 किमी दूरी पर रेतम के तट पर स्थित है । यहां मनासा जनपंद पंचायत के अन्तर्गत आने वाले सुप्रसिद्ध आंत्री माता के दरबार में विशान मेले का आयोजन भी किया जाता है ।
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